कविता व कवी

कविता मनात
कविता ध्यानात
ह्रुदयाच्या आत
       कविताच||१||

कविता भावना
कविता कल्पना
फुलविते मना
         कविताच||२||

कविता बोलते
कविता चालते
राज ही खोलते
        कविताच||३||

कविता हा श्वास
कविता विश्वास
अखंड प्रवास
         कविताच||४||

कविची ती आण
कविचा ती प्राण
कविचा सन्मान
          कविताच||५||

✍🏻 *लक्ष्मण दशरथ सावंत*
*जि.प.कें.प्रा.शा.पाल,औरंगाबाद*
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